हरियाणा में बिजली चोरी की समस्या लंबे समय से बिजली निगमों के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। हर साल लाखों यूनिट बिजली चोरी के कारण राज्य को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। इसके साथ ही आम उपभोक्ताओं को भी वोल्टेज की कमी, बार-बार ट्रिपिंग और ट्रांसफॉर्मर ओवरलोड जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसी स्थिति को देखते हुए हरियाणा बिजली वितरण निगम (DHBVN और UHBVN) ने एक नई पहल शुरू की है—“बिजली चोरी की सूचना दो और इनाम पाओ”। यह योजना अब पूरे राज्य में लागू की जा रही है और इसके तहत आम लोग बिजली चोरी की सूचना देकर कैश इनाम प्राप्त कर सकते हैं।
यह विस्तृत रिपोर्ट आपको बताती है कि यह योजना कैसे काम करती है, कैसे शिकायत दर्ज की जा सकती है, और इसका फायदा राज्य को कैसे मिलेगा।
1. बिजली चोरी: हरियाणा की पुरानी समस्या, नए समाधान की जरूरत
हरियाणा में बिजली चोरी की वजह से सालाना करोड़ों रुपये का नुकसान होता है। विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में मीटर से छेड़छाड़, डायरेक्ट लाइन और गलत तरीके से उपयोग के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में कृषि कनेक्शन का गलत उपयोग भी एक सामान्य समस्या है।
राज्य सरकार और बिजली निगमों ने पहले भी कई बार अभियान चलाए, लेकिन इस बार पहली बार आम जनता को इनाम स्कीम के जरिए सक्रिय रूप से शामिल किया जा रहा है। अधिकारियों का मानना है कि जनता की भागीदारी से चोरी रोकने में बड़ी सफलता मिल सकती है।
2. क्या है नई इनाम योजना?
हरियाणा बिजली निगमों की यह योजना बेहद सरल है—
अगर कोई व्यक्ति बिजली चोरी होती हुई जगह की सही और सटीक जानकारी देता है, और जांच में वह सही साबित होती है, तो उसे नकद इनाम दिया जाएगा।
इनाम की राशि चोरी के प्रकार, पकड़ी गई बिजली की मात्रा और रिकवरी के आधार पर तय होगी। कई मामलों में इनाम ₹1,000 से लेकर ₹50,000 तक दिया जा सकता है। कुछ बड़े मामलों में यह राशि इससे भी अधिक हो सकती है।
यह योजना जनता को जागरूक करने और उन्हें बिजली बचत के प्रति जिम्मेदार बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
3. शिकायतकर्ता की पहचान रहेगी पूरी तरह गोपनीय
बिजली चोरी की सूचना देने वाला व्यक्ति अक्सर इस डर में शिकायत नहीं करता कि उसकी पहचान सार्वजनिक हो जाएगी। लेकिन नई योजना में निगम ने साफ किया है कि—
- शिकायतकर्ता का नाम, मोबाइल नंबर और पता किसी भी स्थिति में उजागर नहीं किया जाएगा।
- शिकायत पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।
- इनाम राशि देते समय भी पहचान प्रोटेक्टेड रहेगी।
यह कदम लोगों को बिना डर के शिकायत दर्ज कराने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
4. किन मामलों में शिकायत की जा सकती है?
बिजली निगम ने कई तरह की स्थितियों को बिजली चोरी की श्रेणी में रखा है। इनमें शामिल हैं:
- मीटर को बायपास करना
- डायरेक्ट लाइन से बिजली लेना
- मीटर से छेड़छाड़ कर रीडिंग कम दिखाना
- लोड छुपाना या बिना अनुमति के अधिक लोड चलाना
- कृषि कनेक्शन का घरेलू/व्यापारिक उपयोग
- मीटर के पास मैग्नेट या किसी उपकरण से रीडिंग रोकना
यदि व्यक्ति इनमें से किसी भी प्रकार की चोरी देखता है, तो वह तुरंत रिपोर्ट कर सकता है।
5. शिकायत कैसे दर्ज करें?
शिकायत दर्ज करने के लिए हरियाणा बिजली निगमों ने कई विकल्प उपलब्ध कराए हैं:
1. टोल-फ्री नंबर 1912 पर कॉल
यह नंबर राज्यभर में सक्रिय है। कॉल कर के बिजली चोरी की लोकेशन, समय और विवरण बताए जा सकते हैं।
2. जिला-स्तरीय WhatsApp नंबर
DHBVN और UHBVN ने अलग-अलग जिलों के लिए WhatsApp नंबर जारी किए हैं, जहाँ फोटो, वीडियो और लोकेशन भेजकर चोरी की जानकारी दी जा सकती है।
3. ऑनलाइन पोर्टल
निगम की आधिकारिक वेबसाइट पर Vigilance / Anti Power Theft सेक्शन में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने का विकल्प मौजूद है।
4. ईमेल के माध्यम से शिकायत
कुछ जिलों में बिजली चोरी की सूचना के लिए अलग ईमेल आईडी भी दी गई हैं।
निगम की टीम शिकायत मिलते ही मौके पर जाकर जांच करती है।
6. बिजली चोरी पकड़ने पर क्या कार्रवाई होती है?
हरियाणा बिजली अधिनियम के अनुसार चोरी पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाती है, जैसे—
- भारी जुर्माना
- गलत तरीके से खपत की गई बिजली का आकलन बिल
- कनेक्शन डिस्कनेक्ट करना
- गंभीर मामलों में एफआईआर और कानूनी कार्रवाई
निगम अधिकारियों का कहना है कि शिकायत मिलने के बाद एक एन्फोर्समेंट टीम तुरंत कार्रवाई करती है, ताकि चोरी रोकी जा सके और नुकसान कम किया जा सके।
7. क्यों जरूरी है बिजली चोरी रोकना?
बिजली चोरी का असर सिर्फ सरकारी राजस्व पर नहीं, बल्कि हर उपभोक्ता पर पड़ता है।
इसके कारण—
- ट्रांसफॉर्मर ओवरलोड होते हैं
- बिजली कटौती बढ़ती है
- लाइन लॉस बढ़ने से बिजली महंगी हो जाती है
- ईमानदार उपभोक्ताओं पर अधिक बिल का भार पड़ता है
नई इनाम योजना से उम्मीद है कि चोरी के मामलों में गिरावट आएगी और बिजली सप्लाई में सुधार होगा।
8. जनता में जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष अभियान
हरियाणा बिजली निगम गाँव और शहरों में विशेष अभियान चला रहा है:
- जागरूकता रैलियाँ
- सोशल मीडिया कैम्पेन
- सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर
- स्कूलों और पंचायतों में जागरूकता सत्र
निगम चाहता है कि लोग बिजली चोरी को अपराध समझें और इसे रोकने में अपना योगदान दें।
9. इस योजना से क्या लाभ होंगे?
इस योजना के कई फायदे होंगे—
- चोरी कम होगी और लाइन लॉस घटेगा
- बिजली सप्लाई स्थिर और बेहतर होगी
- ट्रांसफॉर्मर जलने के मामले कम होंगे
- निगम की आर्थिक स्थिति सुधरेगी
- आम उपभोक्ताओं पर बिल का अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा
- लोग बिजली बचत और जिम्मेदार खपत के प्रति जागरूक होंगे
निष्कर्ष
हरियाणा बिजली निगम की “बिजली चोरी की सूचना दो और इनाम पाओ” योजना राज्य में बिजली चोरी को रोकने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह योजना न केवल चोरी रोकने में मदद करेगी, बल्कि आम जनता को भी इस मिशन से जोड़ेगी। अगर नागरिक सक्रिय भूमिका निभाते हैं, तो आने वाले समय में बिजली सप्लाई और भी बेहतर, स्थिर और किफायती हो सकती है।